भैंस बिक रहा है ऑनलाइन पशुपालकों कर रहे पैसे और समय की बचत
दोस्तों हमारे भारत देश में सबसे ज्यादा लोग खेती-बाड़ी के साथ-साथ पशुपालन करते हैं । बहुत से लोग जुड़े हैं और यही उनके इनकम का मुख्य स्रोत है।
देश के ग्रामीण इलाकों सहित शहरी क्षेत्र में लोग बड़े स्तर पर पशुपालन से जुड़े हुए हैं. ग्रामीण और शहरी इलाकों में भैंस का दुध अधिकांश लोग इस्तेमाल करते हैं। साथ ही इसकी डिमांड भी काफी ज्यादा बढ़ गई है । आज के आधुनिक युग में डेयरी और पशुपालन क्षेत्र में काफी बदलाव हो रहे हैं और लोग अब भैंस बाजार ऑनलाइन से खरीदारी कर एप की मदद से डेयरी क्षेत्र और पशुपालन व्यवसाय में समय और पैसे बच कर बेहतर कमाई कर रहें हैं
आज पशु बाजार ऑनलाइन का चलन इतना बढ़ गया है कि लोग बिना टेंशन लिए दुधारू भैंस ऑर्डर करते हैं और कमाई का जरिया बनाते हैं । मेरापशु एप के जरिए तो वह भैंस सीधे घर तक मँगवा लेते हैं जिससे समय का बहुत बचत होता है और कहीं बाहर भी नहीं जाना पड़ता ।
ऑनलाइन पशु मँगवा कर करें डेयरी फार्म और भैंसपालन व्यवसाय
अगर आप भी डेयरी फार्म खोलने का सोच रहे हैं तो यह अवसर अच्छा हैं आप अब भैंस बाजार ऑनलाइन से मँगवा कर और पशुपालन करके व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं। आपने देखा ही होगा आज लगभग सभी घरों में दूध व दूध से बने पदार्थों का सेवन किया जाता है। डेयरी फार्म बिजनस खोल कर पशुओं जैसे- मुर्रा नस्ल की दुधारू भैंस का पालन कर के उनसे प्राप्त दूध कर पैसे कमा सकते हैं। ऐसे ही दूध से- पनीर, घी, मक्खन,दही, मिठाई आदि को बना कर भी बेचा जा सकता है। और लोग इसे खूब पसंद भी करते हैं आजकल यह सब भी ऑनलाइन मिलने लगा है उसी तरह पशु भी ऑनलाइन खरीदकर आप यह सारे कामों को कर सकते हैं जिसमे फायदा अनगिनत है ।
दूध से बने सब खाद्य पदार्थों को बनाने के लिए अधिक समय की आवश्यकता होती है। और इनको दूध के दामों से अधिक दामों में बेचा जा सकता है। इसके अलावा पशुओं के गोबर को गोबर गैस में इस्तेमाल किया जा सकता है कृषि भूमि में खाद के रूप में गोबर का प्रयोग किया जा सकता है। पशु बाजार ऑनलाइन के माध्यम से लाभार्थी खाद को बेच कर भी पैसे कमा सकते हैं। इस प्रकार पशुपालन के माध्यम से व्यवसाय करने की प्रक्रिया डेयरी फार्मिंग के अंदर आती है ।
डेयरी फार्म से व्यवसायिक रूप से कई तरह के फायदे होते हैं।
इनमें से कुछ मुख्य फायदे निम्नलिखित हैं:
आय का स्रोत: डेयरी फार्म भैंसपालन व्यवसाय एक उचित आय का स्रोत होता है। भैंस के दूध की विक्रय से प्राप्त आय से किसान अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सकते हैं।
देश की आर्थिक विकास में योगदान: डेयरी फार्म भैंसपालन व्यवसाय एक महत्वपूर्ण विकास क्षेत्र है जो देश की आर्थिक विकास में योगदान करता है।
दूध उत्पादन: डेयरी फार्म से दूध उत्पादन होता है जो ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सेहत के लिए महत्वपूर्ण होता है।
खाद का उत्पादन: गाय के दूध उत्पादन के अलावा डेयरी फार्म से खाद का भी उत्पादन होता है जो उपयोगी होता है और खेती के लिए उपयोगी होता है।
व्यवसायिक लाभ: डेयरी फार्म के माध्यम से दूध उत्पादन करके आप व्यवसायिक रूप से लाभ कमा सकते हैं। गायों से दूध उत्पादन करने से, आप विभिन्न दूध उत्पादों, जैसे दही, मक्खन, पनीर आदि का उत्पादन कर सकते हैं। जो हमने आपको ऊपर बताया है इस व्यवसाय के माध्यम से, आप ढेरोंमात्रा में धन कमा सकते हैं।
खेती उत्पादों के लिए उपयोग: डेयरी फार्म से प्राप्त होने वाले गोबर को खेती उत्पादों के लिए उपयोग में लिया जा सकता है। गोबर का उपयोग खाद के रूप में, खेती के लिए उपयोगी होता है।
स्थानीय विकास: डेयरी फार्म उत्पादों के स्थानीय विकास में भी मददगार होता है। जब आप स्थानीय उत्पादों का समर्थन करते हैं, तो इससे स्थानीय बाजारों में नए उत्पादों के लिए नए विकास के द्वार खुलते हैं।
व्यवसाय शुरू करने के लिए पशुपालकों को कौन इस बात ध्यान रखना जरूरी
कई बार पशुपालक गलतियाँ करते हैं और उन्हे घाटे का सौदा करना होता है उससे हले आप जान लें भैंस पालन और डेयरी संबंधित व्यवसाय शुरू करने के लिए पशुपालकों को कुछ बातें ध्यान रखना जरूरी होती ही है जिससे उनका बिजनस हमेशा चलता रहे ।
पशुपालकों को अपने पशुओं के लिए उचित जगह चुने जो बेहतर फसलों, उपयुक्त पानी संसाधनों, व्यवसाय विकास के लिए उपयुक्त हो और डेयरी फार्मिंग के लिए अच्छी और साफ जगह का चयन करें जहां पर आपको डेयरी खोलनी है।
ध्यान रहे नस्ल का चयन उद्यमियों को जलवायु को मध्य नजर रख कर करना चाहिए। अलग-अलग शहरों में अलग-अलग जलवायु होने के कारण शहरों में रहने वाले गाय ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं रह पाती हैं। इसलिए पशु लेने से पहले जलवायु पर भी ध्यान दें।
फिर आपको व्यवसाय शुरू करने से पहले, पशुपालकों को उन जानवरों का चयन करना चाहिए जो उन्हें उचित लाभ प्रदान करेंगे। वे पशु चुन सकते हैं जो आपके विभिन्न व्यवसायों में उपयोगी होंगे।
भैंसों की बहुत सी नस्लें होती है उनमे से आपको उस नस्ल को रखना है जो ज्यादा दुधारू हो।
उद्यमी सबसे लोग प्रिय व दुधारू भैंसों की नस्ल – मुर्रा को ही रखते हैं वह बेहतर रिटर्न भी देती है
आप भैंस बाजार ऑनलाइन मेरापशु 360 एप से भी यह भैंस खरीद सकते हैं जिससे पैसे और समय की बचत होती है
सभी नस्लों की अलग-अलग कीमत होती है पर इस नस्ल की कीमत केवल इस एप पर कम है और आपके बजट के अनुसार यह सबसे बेस्ट होगा ।
इसमे कितना फायदा होता है
डेयरी फार्मिंग को पशुपालक कम पशुओं में भी शुरू कर सकते हैं। यदि किसी डेयरी वाले के पास अगर 10 पशु है। प्रत्येक पशु हर दिन अगर एक पशु 18 लीटर दूध देती हैं। तो 10 पशु एक दिन में 180 लीटर दूध आसानी से देते हैं।
पशुपालकों द्वारा दूध को 55 रुपये लीटर बेचा जाता है तो प्रतिदिन उद्यमी को 9,900 रुपये प्राप्त होते हैं इसमें से यदि पशुओं के चारे के लिए 4 हजार खर्च किये जाते हैं। 2 हजार पशुओं की देख-भाल व साफ़-सफाई में खर्च किये जाते है इसके बाद प्रतिदिन उद्यमी के पास 3,990 रुपये की बचत होती है यदि इनके आलावा पशुपालक अधिक पशुओं का पालन करते हैं तो वे प्रतिदिन इससे ज्यादा कमाई कर सकते हैं।
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